Children Poems in Hindi Suraj Aaya, Bal Kavita Kosh, Hindi Poetry, Pratinidhi Bal Kavitayein, Dr. Parshuram Shukla Poetry in Hindi for Kids Poems.
Hindi Bal Kavita Suraj Aaya
Suraj Aaya Hindi Children's Poem
सूरज आया
हुआ सवेरा सूरज आया।
अन्धकार को दूर भगाया।
नीलगगन पर लाली छाई ।
हवा चली सुन्दर सुखदाई ।
चिड़ियाँ चीं-चीं लगीं चहकने।
कलियाँ खिलकर लीं महकने।
भौरे गुन-गुन-गुन-गुन बोलें।
कानों में अमृत रस घोलें।
रानी घोबन मोटा लाला।
सबने अपना काम सम्हाला ।
तुम भी अपनी नींद भगाओ।
मेरे बेटे अब उठ जाओ ।।
- डॉ. परशुराम शुक्ल
बाल साहित्यकार,
भोपाल (मध्यप्रदेश)
ये भी पढ़ें; Bal Kavita In Hindi: एनाकोंडा