बाल गीत : सूरज आया

Dr. Mulla Adam Ali
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Suraj Aaya Hindi Children's Poem

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सूरज आया


हुआ सवेरा सूरज आया।

अन्धकार को दूर भगाया।

नीलगगन पर लाली छाई ।

हवा चली सुन्दर सुखदाई ।

चिड़ियाँ चीं-चीं लगीं चहकने।

कलियाँ खिलकर लीं महकने।

भौरे गुन-गुन-गुन-गुन बोलें।

कानों में अमृत रस घोलें।

रानी घोबन मोटा लाला।

सबने अपना काम सम्हाला ।

तुम भी अपनी नींद भगाओ।

मेरे बेटे अब उठ जाओ ।।


- डॉ. परशुराम शुक्ल

बाल साहित्यकार,

भोपाल (मध्यप्रदेश)

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