Hindi Children's Poem Ye Sab Hame Sikhao by Dr. Parshuram Shukla Poetry Pratinidhi Bal Kavitayein for Kids in Hindi.
Ye Sab Hame Sikhao Bal Kavita
ये सब हमें सिखाओ बाल कविता : इस कविता में बच्चे भगवान से प्रार्थना करते हैं कि जीवन में जब असफलता आती है तो क्या करना चाहिए और सफलता प्राप्ति से अहंकार मिलती है तो कैसे उस अहंकार को दूर करनी चाहिए। बच्चों के लिए ज्ञानवर्धक हिंदी बाल कविता डॉ. परशुराम शुक्ल की प्रतिनिधि बाल कविता संग्रह से संग्रहित हिन्दी कविता ये सब हमें सिखाओ।
Childrens Poem in Hindi
ये सब हमें सिखाओ
हे ईश्वर ! तुम परमपिता हो,
ये सब हमें सिखाओ ।
असफलता या मिले पराजय,
तो क्या करना होगा?
और विजय के अहंकार से,
कैसे लड़ना होगा?
मानवता का मूलमंत्र क्या?
गुरुवर हमें बताओ। ये सब...
पापी अन्यायी से कैसे,
बिना शस्त्र टकराएँ?
समझ नहीं पाते हम कैसे,
इनको राह दिखाएँ?
ये कैसी भाषा समझेंगे ?
तुम हमको समझाओ। ये सब...
हो विश्वास हमें अपने पर,
सब कुछ कर सकने का।
कैसे साहस करें निरन्तर,
हम आगे बढ़ने का।
तप कर सोने सा निखरें हम,
ऐसी राह दिखाओ। ये सब...
छोड़ सभी धर्मों को कैसे,
मानवता अपनाएँ ?
निर्भय और निडर होकर हम,
सब आनन्द मनाएँ।
मानव-मानव सभी एक हों,
ऐसा पाठ पढ़ाओ। ये सब...
ये सब हमें सिखाओ ।।
- डॉ. परशुराम शुक्ल
बाल साहित्यकार,
भोपाल (मध्यप्रदेश)
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