बाल साहित्य के प्रचार और विस्तार में सोशल मीडिया की भूमिका

Dr. Mulla Adam Ali
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Hindi Children's Literature and Social Media

Children's literature and social media sites

सोशल नेटवर्किंग साइट्स एंड चिल्ड्रेन लिटरेचर : आज इस लेख में जानेंगे कि बाल साहित्य के विकास में सोशल मीडिया की क्या भूमिका है, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की मदद से बाल साहित्य को कैसे बढ़वा दे, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बाल साहित्य के विकास में महत्वपूर्ण बातें, लाभ, नुकसान और निष्कर्ष आदि।

हिन्दी बाल साहित्य के प्रचार और विस्तार में सोशल मीडिया की भूमिका

बाल साहित्य : बाल साहित्य का अर्थ है बालकों के आयु और रुचि को लेकर लिखा गया साहित्य, इस साहित्य मुख उद्देश्य बच्चों को मनोरंजन के साथ एक अच्छी शिक्षा देना जैसे, मूल्यों का विकास, भाषा कौशलों का विकास आदि। बाल साहित्य आज साहित्य का एक प्रमुख विधा बन गया है, हिंदी बाल साहित्य इतिहास सौ साल पुराना है, इक्कीसवीं शताब्दी को हिन्दी बाल साहित्य का स्वर्ण युग कहा जाता है। आज देश, विदेश में हिन्दी में बाल साहित्य पर लिखने वाले लेखकों की संख्या बढ़ती जा रही है। बाल साहित्य में कविताएं, कहानियां, नाटक, जीवनी, आत्मकथा, उपन्यास, गीत, पहेली, संस्मरण, लोरी आदि मौजूद है। बाल साहित्य के विकास में सोशल मीडिया का महत्वपूर्ण योगदान है, आज इसी विषय पर जानकारी प्राप्त करेंगे। Childrens Literature and Social Media. Bal Sahitya aur Social Media.

सोशल मीडिया क्या है : 

सोशल मीडिया: इंटरनेट पर आधारित प्लेटफ़ॉर्म हैं सोशल मीडिया जो अपने विचारों, अनुभवों और जानकारी को व्यापक रूप से दुनियाभर में पहुंचाता है, सोशल मीडिया के माध्यम से एक दूसरे से दुनिया के किसी भी कोने में बैठे संवाद कर सकते है, समुदाय बना सकते और जानकारी साझा कर सकते हैं।

सोशल मीडिया के प्रकार:

  1. सोशल नेटवर्किंग साइट्स Social Media Sites (फेसबुक -Facebook, ट्विटर - Twitter, लिंक्डइन - LinkedIn)
  2. माइक्रोब्लॉगिंग साइट्स Micro Blogging Sites (ट्विटर -  Twitter, टम्बलर - Tumblr) 
  3. फोटो शेयरिंग साइट्स - Photo Sharing Sites (इंस्टाग्राम - Instagram, फ्लिकर - Flickr)
  4. वीडियो शेयरिंग साइट्स -  Video Sharing Sites (यूट्यूब - Youtube, वीमियो - Vimeo)
  5. ब्लॉगिंग प्लेटफ़ॉर्म - Blogging Platforms (वर्डप्रेस - WordPress, ब्लॉगर - Blogger)
  6. फोरम और चर्चा बोर्ड (Forums and discussion boards)
  7. पॉडकास्टिंग प्लेटफ़ॉर्म (Podcasting Platforms)

सोशल मीडिया के लाभ:

1. व्यापक पहुंच : सोशल नेटवर्किंग साइट्स एक ऐसा प्लेटफार्म है जिसकी पहुंच बहुत ही व्यापक है, दुनियाभर में फैला हुआ है इसका नेटवर्क।

2. संवाद और जुड़ाव : सोशल मीडिया से आप किसी से भी आसान से संवाद कर सकते हैं, घर बैठे आप दुनियां के किसी भी देश या स्थान पर बैठे दूसरे लोगों से जुड़ सकते हैं।

3. जानकारी साझा करना : सोशल मीडिया पर आप अपनी जानकारी शेयर कर सकते हैं, सोशल मीडिया पर स्थित अन्य लोगों तक यह आसान तरीके से पहुंचता है, लोग जिसे पढ़कर अपनी राय या मत बता सकते हैं 

4. समुदाय बनाना : सोशल मीडिया पर आप समुदाय बना सकते हैं जो अपने जैसी रुचि रखने वाले लोगों से मिलकर।

5. व्यापार और विज्ञापन : सोशल मीडिया आज व्यापार और विज्ञापन का बहुत बड़ा हिस्सा बनते जा रहा है, सोशल मीडिया की मदद से आप अपने उत्पादकों को दुनियाभर में फैला सकते है।

6. शिक्षा और ज्ञान : सोशल मीडिया शिक्षा और ज्ञान का बहुत बड़ा प्लेटफॉम है, यहा लोग शिक्षा, नौकरी और ज्ञान संबंधी जानकारी साझा कर सकते हैं 

7. मनोरंजन : सोशल मीडिया मनोरंजन का बहुत बड़ा साधन है, सोशल मीडिया पर वीडियो, ऑडियो आदि के रूप में लोगों तक अपना टैलेंट पहुंचा सकते है, इससे आप पैसा भी कमा सकते हैं।

सोशल मीडिया के नुकसान : 

1. समय बर्बादी : सोशल मीडिया जितना उपयोगी है, उतना ही बर्बादी का जड़ भी है, यहां समय की बर्बादी ज्यादा होती है, आप चाहकर भी इससे दूर नहीं रह सकते सोशल मीडिया की आदत पड़ जाने पर।

2. अभद्र भाषा और सामग्री : सोशल मीडिया पर ज्यादातर फेक अकाउंट बनाकर लोग अभद्र भाषा और सामग्री को अपलोड कर सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।

3. गोपनीयता की कमी : सोशल मीडिया शेयर जानकारी से अपनी गोपनीयता बनाए नहीं रख सकते, यहां से कोई आपकी जानकारी इकट्ठा कर सकता है।

4. अन्य नुकसान जैसे;  झूठी जानकारी, सोशल मीडिया की आदत या व्यसन, मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव आदि।

सोशल मीडिया के उपयोग: 

सोशल मीडिया के जरिए आप अपने व्यवसाय, व्यापार से संबंधित लोगों से व्यक्तिगत संबंध बना सकते हैं, विज्ञापन के जरिए आप अपना व्यापार फैला सकते है। शिक्षा और ज्ञान संबंधी जानकारी सोशल नेटवर्किंग साइट्स से प्राप्त कर सकते हैं और मनोरंजन का यह बहुत बड़ा हिस्सा बन चुका है। सोशल मीडिया के माध्यम से सामाजिक आंदोलन,  राजनीतिक अभियान भी चला सकते हैं।

बाल साहित्य और फेसबुक:

फेसबुक दुनियाभर में मशहूर ऑनलाइन सोशल नेटवर्किंग साइट है, यह निःशुल्क सामाजिक नेटवर्किंग सेवा प्रदान करता है, आप फेसबुक के जरिए आप दोस्तों, परिवार से जुड़ सकते हैं और नए लोगों से परिचय बड़ा सकते हैं। यूनिवर्सिटी के छात्र मार्क ज़ुकरबर्ग ने साल 2004 में फेसबुक की स्थापना हुई थी। फेसबुक के माध्यम से आप बाल साहित्य विभिन्न तरीकों से बढ़वा दे सकते है, जैसे;

फेसबुक पर बाल साहित्य समूह: childrens literature facebook group

बाल साहित्य के समूह बनाकर पुस्तक समीक्षा, पुस्तकों पर चर्चा आदि कर सकते हैं, बाल साहित्य समूह द्वारा कविता, कहानी को साझा कर सकते हैं, बाल साहित्य के लेखकों द्वारा दिए गए साक्षात्कार समूह में शेयर करें, बाल साहित्य पुस्तकों की जानकारी, पुस्तक लॉन्च इवेंट की जानकारी आदि को लोगों तक पहुंचा सकते हैं। फेसबुक पर बाल साहित्य पेज (children's literature facebook page) बनाकर समूह में किए गए कार्य को वैसे ही पेज पर भी कर सकते हैं।

बाल साहित्य को फेसबुक से जोड़ने के लाभ:

1. व्यापक पहुंच: फेसबुक दुनियाभर में प्रसिद्ध सोशल नेटवर्किंग साइट है, बाल साहित्य को समृद्ध करने के लिए यह एक सशक्त माध्यम है जो बाल साहित्य विश्व व्यापक रूप दे सकता है।

2. नए पाठकों तक पहुंच: बाल साहित्य को नए पाठकों तक पहुंचाने में फेसबुक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, नए पाठकों तक आसान से पहुंचने का अवसर प्रदान करता है।

3. साहित्य का प्रचार: फेसबुक से बाल साहित्य का व्यापक रूप से प्रचार प्रसार किया जा सकता है।

4. बच्चों की रुचि बढ़ाना: बच्चों में फेसबुक की सहायता से बाल साहित्य पर रुचि बढ़ाई जा सकती है।

5. लेखकों को प्लेटफ़ॉर्म: बाल साहित्य पर लिखने वाले नए लेखकों के लिए फेसबुक सबसे महत्वपूर्ण प्लेटफार्म है जो कि अपनी रचनाओं को प्रसारित करने के लिए।

बाल साहित्य को फेसबुक पर प्रसारित करने के तरीके:

1. पुस्तक समीक्षा पोस्ट करना : बाल साहित्य से जुड़े पुस्तकों की समीक्षा को फेसबुक पर शेयर कर सकते है।

2. कविता और कहानी साझा करना : बाल कहानी और कविता को फेसबुक पेज या समूह पर साझा करें।

3. लेखकों के साक्षात्कार पोस्ट करना : बाल साहित्यकारों से साक्षात्कार लेकर फेसबुक पर शेयर करें।

4. पुस्तक लॉन्च इवेंट की जानकारी देना : बाल साहित्य से जुड़े पुस्तकों को लांच इवेंट की जानकारी फेसबुक पर दें।

5. ऑनलाइन क्विज़ और प्रतियोगिताएं : बाल साहित्य पर ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता का आयोजन करें।

बाल साहित्य को विश्वव्यापी बनाने के लिए फेसबुक की मदद से बच्चों के लिए विशेष सामग्री बनाना, हैशटैग अभियान चलाना, फेसबुक लाइव सेशन आयोजित करना, पुस्तक कवर और ट्रेलर साझा करना, पाठकों के साथ संवाद करना आदि।

सबसे महत्वपूर्ण बात है की बाल साहित्य को फेसबुक पर प्रचार प्रसार करते समय नैतिक और सुरक्षित तरीके अपनाएं।

इससे पहले लेख में बाल साहित्य के विकास में यूट्यूब का योगदान के बारे में बताया गया है, इस लेख में आपको बाल साहित्य के विकास में सोशल नेटवर्किंग साइट्स का योगदान के बारे में जानकारी दी गई है। आप जैसे फेसबुक के जरिए बाल साहित्य का प्रचार प्रसार किया है उसी प्रकार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे व्हाट्सएप, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, लिंक्डइन, टंबलर, शेयर चैट आदि पर भी कर सकते है। Quora, reddit पर भी आप बाल साहित्य से संबंधित विशेष जानकारी शेयर कर व्यापक स्तर पर इस साहित्य को पहुंचा सकते हैं। बाल साहित्य की व्यापक रूप पर पहुंचाने और समृद्ध करने का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का योगदान महत्वपूर्ण है।

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ये भी पढ़ें; बाल साहित्य के विकास में यूट्यूब का योगदान

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