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Children's Literature Books
बाल साहित्य की महत्वपूर्ण पुस्तकें : आज इस आर्टिकल में बाल साहित्य से संबंधित महत्वपूर्ण पुस्तकों की जानकारी दी जाएगी, बाल साहित्य पुस्तकों (best seller children's books) का क्या महत्व है, बाल साहित्य का क्या मतलब है अर्थ, परिभाषा, स्वरूप, उद्भव और विकास, बाल साहित्य की विशेषताएं, विधाएं और अवधारणाएं आदि।
श्रेष्ठ बाल साहित्य की पुस्तकें
बाल साहित्य क्या है : जो साहित्य बच्चों के लिए लिखा जाता है वह बाल साहित्य कहलाता है, बाल साहित्य में कविताएं, कहानियां, नाटक, उपन्यास, जीवनी, बाल एकांकी, चित्र कथाएं और अन्य साहित्यिक रचनाएं शामिल है। बाल साहित्य उद्देश्य है बच्चों को मनोरंजन करना, शिक्षा और ज्ञान प्रदान करना, नैतिक मूल्यों के विकास के साथ साथ भाषा कौशलों और कल्पना शक्ति को विकसित करना है।
बाल साहित्य की विशेषताएं : बाल साहित्य की कुछ मुख्य विशेषताएं है जैसे;
- सरल और आकर्षक भाषा
- रोचक और मनोरंजक कहानियां
- बच्चों के लिए उपयुक्त विषय
- शिक्षाप्रद और नैतिक संदेश
- कल्पना और फैंटेसी का समावेश
बाल साहित्य का इतिहास: विभिन्न संस्कृतियों और देशों में विकसित बाल साहित्य का इतिहास बहुत पुराना है, यहां बाल साहित्य के इतिहास का विवरण दिया गया है;
1. प्राचीन काल बाल साहित्य (509 ईस्वी पूर्व - 500 ईस्वी)
- भारत में बाल साहित्य की शुरुआत प्राचीन काल में हुई, जिसमें महाभारत की कहानियां, पंचतंत्र, जातक कथाएं शामिल थी।
- बाल साहित्य के तत्व ग्रीक और रोमन में भी थे, जैसे ईसप की कहानियां।
2. मध्यकालीन बाल साहित्य (500 ईस्वी - 1500 ईस्वी)
- धार्मिक और नैतिक कहानियों के रूप में मध्यकाल में बाल साहित्य विकसित हुआ।
- आर्यभट्ट, कालीदास और अन्य कवियों ने इस काल में बाल साहित्य में योगदान दिया
3. आधुनिक काल (1500 ईस्वी - 1900 ईस्वी)
- पश्चिमी देशों में बाल साहित्य का आधुनिक काल शुरू हुआ है।
- लुईस कैरोल (Lewis Carroll) की दो महत्वपूर्ण कृतियां बाल दर्शकों के लिए सिल्वी एंड ब्रूनो (1889) और इसकी अगली कड़ी, सिल्वी एंड ब्रूनो कन्क्लूडेड (1893) है। जे.एम. बैरी (James Matthew Barrie) अन्य बाल साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
4. हिंदी बाल साहित्य का इतिहास ( सन् 1900 - वर्तमान)
- 20वीं सदी में हिन्दी बाल साहित्य का विकासक्रम शुरू है।
- इक्कीसवीं सदी को हिन्दी बाल साहित्य का स्वर्ण युग माना जाता है।
- श्री जयप्रकाश भारती को हिन्दी बाल साहित्य युग प्रवर्तक के रूप में मानते है।
- आधुनिक बाल साहित्य के प्रणेता के रूप में 300 से अधिक पुस्तकें लिखने वाले डॉ हरिकृष्ण देवसरे को मानते है।
- इस काल में श्रीधर पाठक, अयोध्यासिंह उपाध्याय "हरिऔध", महावीर प्रसाद, प्रेमचंद, महादेवी और अन्य लेखक महत्वपूर्ण योगदान बाल साहित्य में दिया है
- आज भी विभिन्न विधाओं में हिंदी बाल साहित्य में रचनाएं हो रही हैं।
• हिंदी बाल साहित्य के महत्वपूर्ण मील के पत्थर;
- भारतेन्दु काल में औपचारिक रूप से भारतेंदु हरिश्चंद्र द्वारा भारत में बाल पत्रकारिता 1882 इलाहाबाद से 'बाल दर्पण' और 'बाला बोधिनी' पत्रिका शुरू हुई।
- 1917 में बालसखा का प्रकाशन इंडियन प्रेस प्रयाग ने शुरू किया, यह हिंदी की सबसे लोकप्रिय बाल पत्रिकाओं में से एक है।
• हिन्दी बाल साहित्य की महत्वपूर्ण पुस्तकें : Books / Children's Literature;
21वीं सदी हिन्दी बाल साहित्य के लिए स्वर्ण युग है, आज बाल साहित्य एक प्रमुख विधा के रूप में उभरकर सामने आया है, आज बाल साहित्य पर अनेक विधाओं में रचनाएं हो रही है, बाल पत्रिकाएं, ब्लॉग, यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से बाल साहित्य विस्तार रूप से दुनियां भर में प्रचलित बना हुआ है, आज आपके लिए हिन्दी बाल साहित्य कुछ पुस्तकों की जानकारी देने का प्रयास करेंगे। बाल कविता की पुस्तकें, बाल कहानियां की पुस्तकें, बाल नाटक की पुस्तकें आदि।
बाल पुस्तकों के प्रकार
उम्र के आधार पर:
- शिशु पुस्तकें (0-3 वर्ष): चित्रों और रंगों से भरी पुस्तकें।
- प्राथमिक पुस्तकें (4-6 वर्ष): बच्चों को समझ में आई जैसे सरल कहानियों और कविताओं से भरी पुस्तकें।
- मध्यवर्ती पुस्तकें (7-10 वर्ष): ज्यादा जटिल कहानियों और विषयों से भरी पुस्तकें।
- किशोर पुस्तकें (11-14 वर्ष): निज जीवन की समस्याओं और विषयों से भरी पुस्तकें।
विषय के आधार पर:
- कहानी पुस्तकें: कल्पना और वास्तविक कहानियों से भरी पुस्तकें।
- कविता पुस्तकें: कविताओं और गीतों से भरी पुस्तकें।
- ज्ञान पुस्तकें: विज्ञान, इतिहास, भूगोल आदि विषयों पर आधारित पुस्तकें।
- आत्मकथा पुस्तकें: व्यक्तिगत अनुभवों और जीवनी से भरी पुस्तकें।
- संस्कृति और परंपरा पुस्तकें: सांस्कृतिक और पारंपरिक विषयों पर आधारित पुस्तकें।
प्रारूप के आधार पर:
- चित्र पुस्तकें: चित्रों और रंगों से भरी पुस्तकें।
- एनिमेशन पुस्तकें: एनिमेशन और कार्टून से भरी पुस्तकें।
- ऑडियो पुस्तकें: ऑडियो रिकॉर्डिंग से भरी पुस्तकें।
- ई-पुस्तकें: डिजिटल प्रारूप में पुस्तकें।
- ब्रेल पुस्तकें: नेत्रहीन बच्चों के लिए ब्रेल लिपि में पुस्तकें।
Children's Literature Books in Hindi
बाल साहित्य की पुस्तकों में कई विधाओं से जुड़ी अनेक प्रकार की पुस्तकें है जैसे; 1. समीक्षात्मक / परिचयात्मक बाल पुस्तकें 2. व्यक्ति केन्द्रित बाल पुस्तकें 3. बचपन केंद्रित बाल पुस्तकें 4. बाल कविता संग्रह 5. बाल नाटक 6. बाल उपन्यास 7. बालकथा संग्रह 8. बाल जीवनी आदि। आज आपको कुछ हिंदी की विशेष और महत्वपूर्ण पुस्तकों से परिचय दिलाएंगे।
A. पेड़ और बादल : पर्यावरण पर केंद्रित गोविंद शर्मा जी का बाल कथा संग्रह की इस पुस्तक में पर्यावरण से संबंधित बाल साहित्य की दस कहानियां है, जैसे; 1. पेड़ और बादल 2. जल कंजूस 3. नीम का बीज 4. जल चोर 5. हमें हमारा घर दो 6. पत्ते नहीं, कान 7. बच गए कुआं और पेड़ 8. पेड़ और पत्थर 9. पेड़ बच गया 10. अमृता देवी ने बचाए वृक्ष। साहित्यागार, जयपुर से प्रकाशित पर्यावरण को समर्पित उत्कृष्ट बाल कथा संग्रह पेड़ और बादल में पर्यावरण चेतना की कहानियां है। Ped aur Badal by Govind Sharma.
B. प्रतिनिधि बाल कविताएं : रामश्री प्रकाशन, भोपाल (मध्यप्रदेश) से प्रकाशित डॉ. परशुराम शुक्ल की बाल कविता संग्रह में 1. कलरव (24 बाल कविताएं) 2. नंदनवन (24 बाल गीत) 3. आओ बच्चो गाओ बच्चो (24 शिशु गीत) 4. मंगल ग्रह जाएंगे (24 विज्ञान संबंधी कविताएं) 5. चारों खाने चित्त (24 शिक्षाप्रद बाल कविताएं) 6. सूरज पाना है (24 बाल विकास की कविताएं) 7. तिरंगा (8 देशभक्ति गीत) 8. हमारे प्राकृतिक प्रतीक (8 भारत के राष्ट्रीय/ राज्य चिन्हों पर कविताएं) 9. मेरा रोबोट बड़ा निराला (8 प्ररणदायक बाल कविताएं) 10. चिड़ियां नीड़ बनाती (8 पक्षियों पर कविताएं) 11. विजय पर्व (8 राष्ट्रीय खेल और वीर सैनिकों पर कविताएं) 12. बाल सतसई (अभिभवाओं और बच्चों के उपयोग के चुने हुए दोहे)। Pratinidhi Bal Kavitayein by Dr. Parshuram Shukla.
C. हवा का इंतजाम : साहित्यागार प्रकाशन जयपुर से प्रकाशित पुस्तक गोविंद शर्मा जी की बालकथा संग्रह हवा का इंतजाम में मनोरंजन, रोचकता के साथ बच्चों के मूल्य निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं ये बाल कहानियां 1. हवा का इंतजाम 2. वनराज और गजराज 3. कला की कद्र 4. चिंपू के सच्चे दोस्त 5. चिंपू बन गया 6. हौसले की उड़ान 7. चूहागढ़ में चुनाव 8. टांय टांय फिश 9. बब्बू जी और मोबाइल 10. परिक्षा परी और उपहार 11. देश की सेवा 12. वह सच बोला 13. बदल गया बदलू 14. जूते 15. दोस्ती 16. बुद्धि की तलाश 17. हाथी पर ऊंट। Hawa Ka Intejaam by Govind Sharma.
D. सबकी धरती सबका देश : साहित्यागार प्रकाशन जयपुर से प्रकाशित इस बाल कहानी संग्रह की पुस्तक में गोविंद शर्मा जी की लिखी 11 बाल कहानियां है जैसे 1. वे पत्थर मेरे 2. जीनू दी गड्डी 3. बातवीर से दोस्ती 4. बिसू की करामत 5. गधा, बंदर और लाठी 6. चोरी करना छोड़ दिया 7. सबकी धरती सबका देश 8. पेड़ बचा ऐसे 9. घौंसला 10. सुई धागा 11. सीख सुहानी बचपन से। हिंदी बालकथाओं के सरताज गोविंद शर्मा जी द्वारा लिखी गई इस बाल कहानी संग्रह में सीख, मनोरंजन और रोचकता खूब है। Sabki Dharti Sabka Desh by Govind Sharma.
E. ऐसी मिली सीख : पंचशील प्रकाशन, जयपुर से प्रकाशित पुस्तक ऐसी मिली सीख बालकथा संग्रह में गोविंद शर्मा की 12 बाल कहानियां है जैसे 1. ऐसी मिली सीख 2. बूंदों का सफर 3. सद्भावनाओं का चक्रव्यूह 4. पेंसिल और इरेजर 5. बड़े भाई की देन 6. बाबा की ममता 7. दोस्ती जिंदाबाद 8. हमारा गौरव 9. जल की रानी 10. रोबू मेरा दोस्त 11. दोस्ती शेर चिड़िया की 12. सोने के अंडे। Aisi Mili Seekh by
F. गलती बंट गई : साहित्यागार प्रकाशन जयपुर से प्रकाशित इस बालकथा संग्रह की पुस्तक में गोविंद शर्मा जी की 13 बाल कहानियां है जैसे m; 1. गलती बंट गई 2. आजादी की खुशी 3. छत पर फूल 4. शैतान की नानी 5. तीन बंदर बना 6. गोलू के लिए गोलगप्पे 7. वह सुधर गया 8. रास्ते का पानी 9. नया फैसला 10. कौन है शक्ल बदलू? 11. आजादी की टोपी 12. मिर्च की सी... सी। Galti Bat Gai by Govind Sharma
G. नाचू के रंग : पंचशील प्रकाशन, जयपुर से प्रकाशित पुस्तक नाचू के रंग गोविंद शर्मा जी का बाल उपन्यास है। Naachu ke Rang Children's Novel by Govind Sharma.
H. अन्य बाल साहित्य की पुस्तकें : प्रकाशन और प्रकाशित पुस्तकें
1. काचू की टोपी - गोविंद शर्मा - बालकथा संग्रह - साहित्यागार प्रकाशन (Kachu ki Topi : Govind Sharma)
2. उपहास का फल, सोने का हिरन, क्रोध का कीड़ा, (बाल कहानी संग्रह), उगते हुए सूर्य का देश : जापान, समुद्री स्तनधारियों का रहस्यमय संसार, समुद्री घोंघों का रहस्यमय संसार, हिंसक शार्क मछलियां, रोचक प्रजनवाली मछलियां, उपयोगी समुद्री मछलियां, अद्भुत समुद्री मछलियां, केकड़ों और झीगों का रहस्यमय संसार, समुद्री जीवों का रहस्यमय संसार, (सूचनात्मक बाल साहित्य) - डॉ. परशुराम शुक्ल - शिवम प्रकाशन / श्रेय प्रकाशन, इलाहाबाद।
3. कर्मयोगी, बूंद का साहस (बाल कहानी संग्रह), भारत की साहसी महिलाएं (ऐतिहासिक बाल कहानी संग्रह), पक्षियों का रोचक संसार, पक्षी जगत (सूचनात्मक बाल साहित्य) - डॉ. परशुराम शुक्ल - पॉपुलर बुक डिपो प्रकाशन, जयपुर।
4. पुरस्कृत बाल गीत (बाल कविता संग्रह) - डॉ. परशुराम शुक्ल - मालव साहित्य मंदिर / किड्स पब्लिकेशंस, इंदौर, मध्यप्रदेश।
5. देश विदेश के रोचक वन्य जीव, लोमड़ी एक रूप अनेक, गवय एक रूप अनेक, हिरण एक रूप अनेक, डालफिन एक रूप अनेक, मकड़ी एक रूप अनेक, मछली एक रूप अनेक, सांप एक रूप अनेक, छिपकली एक रूप अनेक, गिलहरी एक रूप अनेक, चमगादड़ एक रूप अनेक, मगर एक रूप अनेक, राष्ट्रीय पशु और राज्य पशु, राष्ट्रीय पक्षी और राज्य पक्षी, राष्ट्रीय वृक्ष और राज्य वृक्ष, राष्ट्रीय पुष्प और राज्य पुष्प (सूचनात्मक बाल साहित्य), भारत की क्रांतिकारी नारियां, भारत की साहसी वीरांगनाएं (ऐतिहासिक बाल कथा संग्रह), प्रकृति, मानव और स्वास्थ (लोकप्रिय साहित्य), हमारे राजकीय पशु और पक्षी, हमारे राजकीय वृक्ष और पुष्प (सूचनात्मक बाल कविता) - डॉ. परशुराम शुक्ल - आचार्य प्रकाशन, इलाहाबाद।
6. समीक्षात्मक / परिचयात्मक पुस्तकें : "आधुनिक हिंदी में बाल साहित्य का विकास" (डॉ. विजयलक्ष्मी सिन्हा), "किशोर साहित्य की संभावनाएँ" (देवेन्द्र कुमार देवेश), बाल साहित्य : रचना और समीक्षा, बाल साहित्य : मेरा चिंतन (डॉ. हरिकृष्ण देवसरे), बाल पत्रकारिता : स्वर्णयुग की ओर, बाल साहित्य 21वीं सदी में (जय प्रकाश भारती), हिंदी बाल साहित्य का इतिहास, हिन्दी बाल कविता का इतिहास, हिंदी बाल साहित्य : नई चुनौतियाँ और संभावनाएं (प्रकाश मनु), हिन्दी बाल साहित्य : कुछ पड़ाव (दिविक रमेश),
7. व्यक्ति केन्द्रित पुस्तकें : डॉ. दिविक रमेश और उनका बाल-साहित्य, बाल साहित्य के युग निर्माता जयप्रकाश भरती - (शकुन्तला कालरा), हरिकृष्ण देवसरे का बाल साहित्य (ओमप्रकाश कश्यप), रवींद्रनाथ ठाकुर का बाल साहित्य (देवेंद्र कुमार देवेश), बाल साहित्यकारों की कहानी उन्हीं की जुबानी (परशुराम शुक्ल)
9. 101 शिक्षाप्रद बाल कथाएं (101 Shikshaprad Kathayen) - विराग गुप्ता, अकबर बीरबल के किस्से (Akbar Birbal Ke Kisse) - धर्म बारिया, हंस और मूर्ख कछुआ (Hans Aur Murkh Kachhua) - शिवम सागर, हितोपदेश की कहानियां (Hitopdesh Ki Kahaniyan) - कुमकुम, जंगल से होकर (Jungle Se Hokar) - डॉ. मोहम्मद अरशद खान, कछुआ और खरगोश (Kachua Aur Khargosh) - राजेश कुमार, नाना-नानी की कहानियां (Nana-Nani Ki Kahaniya) - फरहान ताज, पंचतंत्र की कहानियां (Panchtantra Ki Kahaniyan) - अनुवाद और संकलन कुमकुम, प्रेमचंद का संपूर्ण बाल साहित्य (Premchand Ka Sampuran Baal Sahitya) - संपादक; राजीव रंजन गिरी, विक्रम और बेताल (Vikram Aur Bethal) - धर्मपाल बारिया।
10. आदर्श बाल कथाएं (Adarsh Baal-Kathaen), आदर्श बाल कहानियां (Adarsh Bal Kahaniyan) - Gita Press, Gorakhpur, अमर बाल कहानियां (Amar Bal Kahaniyan) - शिवराम वृक्ष बेनीपुरी, Prabhat Prakashan, एकलव्य (Eklavya) - Manoj Publications, मेरा बचपन एवं सम्पूर्ण बाल साहित्य (Mera Bachpan Evam Sampoorna Baal Sahitya) - आचार्य शिवपूजन सहाय, हिमाचल का बाल साहित्य (Himachal Ka Bal Sahitya) - पवन चौहान, हिन्दी साहित्य और बाल विमर्श - ऊषा यादव, राजकिशोर सिंह (सामयिक प्रकाशन) आदि जैसे; पंचतंत्र कथाएं, अकबर और बीरबल, तेनाली राम की कहानियां, अलादीन और जादुई चिराग, जंगल बुक कथाएं। नैतिक कथाएँ जैसे; भगवान बुद्ध की कहानियाँ, रामायण की कहानियाँ, महाभारत की कहानियाँ, प्रेमचंद की कहानियाँ, अकबर-बीरबल की कहानियाँ आदि। विज्ञान और ज्ञान पुस्तकें जैसे; बच्चों का विज्ञान कोश (एनसीईआरटी), ज्ञान की खिड़की (राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र), विज्ञान की दुनिया (विज्ञान प्रसार), बच्चों का इतिहास (एनसीईआरटी), भारत की संस्कृति (संस्कृति मंत्रालय) आदि। हास्य और मनोरंजन की पुस्तकें जैसे; चाचा चौधरी की कहानियाँ, तेनाली राम की हास्य कहानियाँ, मोटू-पटलू की कहानियाँ, श्रीकृष्ण की लीलाएँ आदि।
बाल साहित्य के प्रमुख विषय: 1. दोस्ती 2. परिवार 3. स्कूल और शिक्षा 4. प्राकृतिक सौंदर्य 5. नैतिक मूल्य 6. जीवन के अनुभव 7. कल्पना और फैंटेसी 8. साहस और एडवेंचर 9. भावनाएं और संवेदनाएं 10. सामाजिक और पारिवारिक मूल्य।
बाल साहित्य के प्रमुख प्रकार: 1. कविताएँ 2. कहानियाँ3. नाटक 4. उपन्यास 5. लघु कथाएँ 6. अनुवादित साहित्य 7. जीवनी और आत्मकथाएँ 8. विज्ञान और ज्ञान की पुस्तकें 9. चित्र पुस्तकें 10. ऑडियो-विजुअल सामग्री
बाल साहित्य के लाभ: 1. बच्चों की भाषा कौशल में सुधार 2. कल्पना शक्ति का विकास 3. नैतिक मूल्यों की शिक्षा 4. मनोरंजन और तनाव मुक्ति 5. बच्चों के व्यक्तित्व का विकास 6. सामाजिक और पारिवारिक मूल्यों की शिक्षा 7. विज्ञान और ज्ञान की प्राप्ति 8. संवेदनशीलता और भावनात्मक बुद्धिमत्ता का विकास।
इस आलेख में हिंदी की श्रेष्ठ बाल पुस्तकों (बेस्ट सेलर बुक्स) के बारे विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई है बाल संसार, बाल मन, बाल बगीचा और बच्चों की दुनिया से जुड़े महत्वपूर्ण किताबों के नाम, प्रकाशन आदि। बाल साहित्य की बुक्स के साथ-साथ में बाल साहित्य का महत्व, इतिहास, हिंदी बाल साहित्य, बच्चों पर बाल साहित्य प्रभाव, बाल साहित्य की विशेषताएं, विधाएं और अवधारणाएं, बाल साहित्य की आवश्यकता, अर्थ, परिभाषा और स्वरूप, समाज के निर्माण में बाल साहित्य की भूमिका आदि विषयों पर विस्तार रूप से जानकारी उपलब्ध कराया गया है।
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हमारे यूट्यूब चैनल पर देश के प्रमुख बाल साहित्यकारों द्वारा लाइव कार्यक्रम का आयोजन किया है जिसमें गोविंद शर्मा, दिविक रमेश, दीनदयाल शर्मा, परशुराम शुक्ल जैसे बाल साहित्यकारों के बाल साहित्य पर विशेष लाइव कार्यक्रम है।
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