Artificial intelligence and Children's Literature in Hindi, Contribution of Artificial Intelligence in Kids Literature, Waht is AI.
Hindi Children's Literature and Artificial Intelligence
एआई और बाल साहित्य : आज इस आर्टिकल में जानेंगे की बाल साहित्य के विकास में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का क्या महत्व है, बाल साहित्य को समृद्ध करने में एआई का उपयोग कैसे करे, कृत्रिम बुद्धिमत्ता क्या है, उसके फायदे और नुकसान आदि।
हिंदी बाल साहित्य के विकास में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का योगदान
कृत्रिम बुद्धिमत्ता क्या है: (What is AI)
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) को अंग्रेजी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence - AI) कंप्यूटर प्रोग्रामों को स्वचालित और बुद्धिमान बनाने के लिए समर्पित एक कंप्यूटर विज्ञान की एक शाखा है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उद्देश्य मानव जैसी बुद्धिमत्ता मशीनों को प्रदान करना है। एआई द्वारा बुद्धमत्ता प्राप्त मशीन स्वयं निर्णय ले सकें, नई जानकारी सीख सकें और समस्याओं का समाधान कर सकें।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के प्रकार: (Types of AI)
- नैरो कृत्रिम बुद्धिमत्ता : नैरो एआई (Nero AI) को कमज़ोर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी कहते है, विशिष्ट कार्यों के लिए डिज़ाइन किया गया है यह कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई)।
- सामान्य कृत्रिम बुद्धिमत्ता (General AI): यह एआई मानव जैसी बुद्धिमत्ता वाला है।
- सुपर इंटेलिजेंस कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Superintelligence): यह एआई मानव बुद्धिमत्ता से अधिक शक्तिशाली है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता के अनुप्रयोग: (Application of AI)
- गूगल असिस्टेंट, सिरी में वॉइस असिस्टेंट के रूप में प्रयोग।
- फ़ोटो रिकग्निशन (छवि पहचान) Image recognition
- प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण (नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग)
- रोबोटिक्स : इंजीनियरिंग और कंप्यूटर विज्ञान का एक क्षेत्र (Robotics)
- ऑटोमोबाइल (Automobiles)
- स्वास्थ्य देखभाल (Health Care)
- आर्थिक (Finance)
- शिक्षा (Education)
- मनोरंजन (Entertainment)
कृत्रिम बुद्धिमत्ता के लिए आवश्यक तकनीक:
- मशीन लर्निंग (Machine Learning)
- डीप लर्निंग (Deep Learning)
- प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण (Natural language processing)
- कंप्यूटर विजन (Computer Vision)
- रोबोटिक्स (Robotics)
कृत्रिम बुद्धिमत्ता के भविष्य:
- अधिक उन्नत AI प्रौद्योगिकियां
- Artificial intelligence का व्यापक उपयोग
- AI और मानव सहयोग
- कृत्रिम बुद्धिमत्ता के नैतिक और सामाजिक प्रभावों पर ध्यान
कृत्रिम बुद्धिमत्ता के लिए आवश्यक कौशल:
- प्रोग्रामिंग भाषाएं (पाइथन, जावा) (Programming Languages)
- मशीन लर्निंग फ्रेमवर्क (टेंसरफ्लो) (Machine Learning Framework)
- डेटा विज़ुअलाइज़ेशन (Data Visualization) और नेचरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, कंप्यूटर विजन।
हिन्दी बाल साहित्य और कृत्रिम बुद्धिमत्ता:
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) की सहयाता से बाल साहित्य में नए अवसर और चुनौतियां प्राप्त कर सकते हैं। कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उपयोग से बाल साहित्य नए दिशाएं प्राप्त करने की संभावनाएं है, नीचे बताया गया है कि बाल साहित्य को कृत्रिम बुद्धिमत्ता कैसे प्रभावित कर सकती है, और बाल साहित्य को एआई की मदद से कैसे समृद्ध करें;
कृत्रिम बुद्धिमत्ता की सहायता से तकनीकी के क्षेत्र में बाल साहित्य को बढ़ावा देने के लिए अनेक प्रकार के गतिविधियां कर सकते जैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता से वीडियो, एनिमेशन, वॉइस ओवर, ऑडियो वीडियो विजुअल्स आदि।
एआई से लाभ:
1. व्यक्तिगत बाल कहानियां: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से व्यक्तिगत कहानियां बच्चों के लिए बनाई जा सकती है। व्यक्तिगत कहानियां जिसे अंग्रेजी में Personal narrative कहते है, जिसमें व्यक्ति अपने अनभावों को एक गद्य कथा के रूप में प्रस्तुत करता है। व्यक्तिगत कहानियां पूरी तरह से व्यक्ति के दृष्टिकोण से लिखे जाने वाली कहानियां है।
2. इंटरैक्टिव बाल कहानियां: Interactive Stories ek शैली है कहानी सुनाने और पाठकों को कहानी के बातचीत करने के लिए और परिणाम को आकार देने का मौका प्रदान करती है। इंटरैक्टिव कहानियां बच्चों को आकर्षित करती है, कृत्रिम बुद्धिमत्ता की सहायता से यह कहानियां और भी गुणवत्ता के साथ बनाई जा सकती है।
3. बच्चों को भाषा सीखने में मदद: बच्चों में भाषा कौशलो का विकास आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से की जा सकती है।
4. बाल साहित्य की व्याख्या: लिखित और वाचिक रचनाओं की व्याख्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता से कर सकते है जो बच्चों को समझने में मदद करती है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता चुनौतियाँ:
1. सामग्री की गुणवत्ता: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा बनाई गई सामग्री, खासकर बच्चों के लिए बनाई गई सामग्री की गुणवत्ता पर ध्यान देना आवश्यक है
2. बच्चों की सुरक्षा: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक मानव निर्मित कम्प्यूटर प्रोग्राम या मशीन है, इसलिए एआई द्वारा बनाई गई सामग्री में बच्चों की सुरक्षा पर ध्यान देना आवश्यक है।
3. मानवीय स्पर्श: कृत्रिम बुद्धिमत्ता में बनाई गई सामग्री मशीन या कृत्रिम होती है, इसमें मानवीय स्पर्श की कोई संभावना नहीं है, यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सबसे बड़ी कमी है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता के लाभ:
एआई की मदद से बाल साहित्य विकास बहुत तेजी गति से कर सकते हैं, कृत्रिम बुद्धिमत्ता में निरंतर लेखन कार्य, विडियो प्रोग्रामिंग आदि को निरंतरता से कर सकते है, क्योंकि कृत्रिम बुद्धिमत्ता मशीन है यह थक जाना, आराम करने की कोई आवश्यकता नहीं।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता के नुकसान:
कृत्रिम बुद्धिमत्ता द्वारा रोजगार की कमी, गोपनीयता की कमी, सुरक्षा की कमी और नैतिक समस्याएं आदि होने की ज्यादा संभावना है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता का बाल साहित्य में अनुप्रयोग:
1. डिजिटल बाल पुस्तकें: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से बच्चों के लिए जरूरी Digital Books बनाई जा सकती है।
2. वॉइस असिस्टेंट: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए बच्चों को शिक्षाप्रद, नैतिक, रोचक और मजेदार कहानियां वॉइस असिस्टेंट (voice assistant) के माध्यम सुंदर ढंग से सुनाई जा सकती है।
3. चैटबॉट: ChatBot यह एक कम्प्यूटर का programme है, कृत्रिम बुद्धिमत्ता के द्वारा बच्चों के साथ संवाद चैटबॉट के माध्यम से कर सकते हैं।
4. बाल साहित्यिक विश्लेषण: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा बच्चों के किताबों, उपन्यास, कविता, नाटक आदि पर साहित्यिक विश्लेषण (literary analysis), समीक्षा या मूल्यांकन कर सकते हैं।
निष्कर्ष ; बच्चों कोरे कागज की तरह होते है, बच्चों पर सोशल मीडिया का प्रभाव आजकल काफी ज्यादा होते जा रहा है, आज हर बच्चा मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना पसंद करता है, ज्यादा समय मोबाइल, कंप्यूटर आदि पर ही अपना समय गुजार रहा है, मोबाइल फोन के उपयोग, तकनीकी के प्रभाव से बच्चों में सृजनशीलता की कमी और अनेक नए नए रोगों का शिकार बनाते जा रहा है। सबसे महत्वपूर्ण बात है कि बाल साहित्य में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग नैतिक और सुरक्षित तरीके से किया जाना चाहिए।
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