जीवन का सार : जीवन के विषय पर रितु वर्मा की बेहतरीन कविता

Dr. Mulla Adam Ali
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Jeevan Ka Saar Poetry in Hindi

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रितु वर्मा की चुनिंदा कविताएं : जीवन के विषय पर आधारित रितु वर्मा की बेहतरीन कविता जीवन का सार। हिन्दी प्रेरणादायक कविताएं, पढ़िए कविता कोश में हिंदी की सबसे लोकप्रिय कविताएं।

Jivan Ka Saar Hindi Kavita

जीवन का सार


जीवन का बस सार यही है,

जहाँ लगाकर आस को रखा

वही निराशा हाथ लगी...

और जहाँ नहीं रखा कोई उम्मीद

वहाँ से ही एक उम्मीद की लौ जली,

ढूंढ रहे थे राह मंजिल कि

पर मंजिल की द्वार दूर खड़ी....

लगा कि जब जैसे आनेवाला है मंजिल 

वैसे ही वो उलझनों में घिरी मिली...

गलतफहमी में हम जी रहे थे...

कि मिल जाएगा शायद एक दिन किनारा

इसी उम्मीद में राह चली....

भ्रमित राह पर चलते-चलते मैं 

भूल गई ये डगर इतना आसान नहीं

विपदाओं से घिरा है रास्ता

मंजिल यूँही इतनी पास नहीं,

मिलेंगे रास्ते मे विचलित करने वाले

रास्ते पर मन को स्थिर करते जाना है...

अच्छा लगे या बुरा मन को

पर ठहराव तो लाना है,

मिले नहीं जब अंतिम पड़ाव शिखर का

बस सबक लेते जाना है...

जो हुई गलतियां जीवन में

उसे पुनः नहीं दुहराना है।


- रितु वर्मा

नई दिल्ली

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