Hindi Children's Poetry on Deepawali in Hindi, Diwali Par Balgeet in Hindi, Festival of Lights Diwali Par Kavita, Dr. Rakesh Chakra Ki Kavitayein in Hindi for Kids.
🎇 Poem on Diwali 🎇
दिवाली पर बाल गीत : प्रकाश का त्यौहार दीपावली पर आपके लिए सुंदर बाल गीत दीवाली पर दीप जलाएँ लेकर आए हैं, डॉ. राकेश चक्र की बाल कविता प्रकाश पर्व दीपावली (diwali par kavita) पर विशेष बाल कविता दीवाली पर दीप जलाएँ। पढ़े बच्चों की ये बाल कविता त्योहार पर सुंदर बाल गीत हिंदी में दीवाली पर दीप जलाएँ। खुशियों का त्यौहार दीपावली पर प्रेरणादायक हिन्दी बाल कविता बच्चों के मूल्य निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, अच्छी सोच और कर्म करने पर और बच्चों में परोपकार भावना को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होगी। बुराई पर अच्छाई का विजय पर्व दीपावली पर प्रेरक बाल कविता हिन्दी में दीवाली पर दीप जलाएँ, एक सकारात्मक सोच को लेकर लिखी गई सरल और आसान बाल गीत है।
दिवाली पर प्रेरक बाल गीत हिंदी में पढ़े और अपनों को शेयर करें, बच्चों को यह कविता बहुत पसंद आएगी, क्योंकि आसान और सरल शब्दों का प्रयोग इस कविता में किया गया है। त्योहार पर हिन्दी बाल गीत बहुत प्रचलित है, बाल कहानियां भी त्यौहार पर विशेष रूप से लिखी जाती है। बच्चों को मनोरंजन के साथ एक अच्छी सीख या शिक्षा देनेवाली यह बाल गीत दिवाली पर पढ़े प्रेरक और संदेश-प्रद बालगीत (prerak baal geet in hindi)और साझा करें।
Deepawali Par Bal Geet
दीवाली पर दीप जलाएँ
दीप-दीप से आभा बिखरे,
दीवाली पर दीप जलाएँ।
अच्छी सोच, कर्म से अपने,
घर-घर को हम स्वच्छ बनाएँ।
या
तन-मन-घर को स्वच्छ बनाएँ।
राम अयोध्या लौटे इस दिन,
दुष्टों का संहार किया था।
हर्षित हुए, मनी दीवाली,
अतिशय सबने प्यार दिया था।
आराध्य देव राम हैं अपने,
उनके गुण हम सब अपनाएँ।
युगों-युगों से मने दिवाली,
लक्ष्मी जी भी प्रकट हुईं थीं।
पूजा करें भाव से उनकी,
जगमग-जगमग निशा हुई थी।
पाँच दिनी सनातनी उत्सव,
धूमधाम से सभी मनाएँ।
बम-पटाखे करें प्रदूषण,
इनसे हमको बचना होगा।
हरित पटाखे लाएं हम सब,
वायु को स्वच्छ रखना होगा।
काम करेंगे सोच -समझकर
फूलो-सा जीवन महकाएँ।
आत्मोथान तभी है होता,
जब हम मन के शत्रु पछाड़ें।
ईर्ष्या, द्वेष, वैर को अपने,
प्रेम, सत्य को उर में धारें।
दान, दया के दीपक लेकर,
हम संतुष्टि के भाव जगाएँ।
- राकेश चक्र
ये भी पढ़ें; दीपावली पर बाल कहानी : पटाखें नहीं दिलवाऊंगा