Prernadayak Bal Geet : मानवता को प्यार करो

Dr. Mulla Adam Ali
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Hindi Motivational Children's Poem in Hindi by Dr. Rakesh Chakra, Children's Poetry in Hindi, Kids Poems Hindi Bal Kavita.

Prernadayak Bal Kavita Manavata Ko Pyar Karo

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Prerak Balgeet in Hindi : बच्चों के लिए मानवता के विषय पर हिन्दी डॉ. राकेश चक्र की प्रेरक बाल गीत मानवता को प्यार करो आपके लिए प्रस्तुत है बाल कविता कोश में, पढ़िए मानवता पर लिखी सुंदर बाल कविता और शेयर कीजिए।

Love Humanity : Hindi Children's Poem

मानवता को प्यार करो


मानव जीवन मूल्यवान है 

सजग बनो, उपकार करो।

भारत की माटी से जुड़कर

मानवता को प्यार करो।।


देश के हित में सपने पालो

कर्तव्यों को सदा निभा लो

वाद्ययंत्र-सा जीवन होता,

देशभक्त बन स्वयं बजा लो।।


स्वारथ से ऊपर उठ जाओ

जीवन में नव प्राण भरो।

भारत की माटी से जुड़कर

मानवता को प्यार करो।।


लोभ, कपट, आलस को त्यागो

धन के पीछे कभी न भागो

योग चक्र को धार बनाकर

बहुत सो लिए अब तो जागो।।


ममता, समता के सागर से

निश्छलता से पीर हरो।

भारत की माटी से जुड़कर

मानवता को प्यार करो।।


पावन दीप हृदय में जलता

द्वेष आदमी को है छलता

पुष्प कोमल - सा दिया प्रभु ने

समय उम्र को है नित्य ढलता।।


दुख - सुख का मेला है जीवन

जीते जी मत स्वयं मरो।

भारत की माटी से जुड़कर

मानवता को प्यार करो।।


तृष्णाओं में डूब न जाओ

धर्म, कर्म कर नाम कमाओ

पशु - पक्षी से उठकर सोचो

अपनी संस्कृति को चमकाओ।।


जैसे झरने झर - झर झरते

उसी तरह ही नित्य झरो।

भारत की माटी से जुड़कर

मानवता को प्यार करो।।


- डॉ राकेश चक्र, 90 बी, शिवपुरी

मुरादाबाद 244001, उ.प्र.

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