Prabhudayal Srivastava Children's Poem in Hindi, Hindi Bal Kavita, Kids Poems, Poetry for Childrens in Hindi.
Machli Jal Ki Rani Hai : Hindi Bal Kavita
बच्चों के लिए कविता जल की रानी : प्रभुदयाल श्रीवास्तव की बाल कविता संग्रह की 22 कविताओं से आपके लिए प्रस्तुत है बच्चों के लिए सबसे सरल और आसान बाल कविता जल की रानी मछली पर कविता, दादाजी की मूंछें लंबी बाल कविता संग्रह की कविताएं।
Machli Jal Ki Rani Hai : Hindi Children's Poem
जल की रानी
जल में रहती मस्त मगन में,
इतराती इठलाती।
मुझको कहते जल की रानी,
मैं मछली कहलाती।
लेकिन मुझको लोग सताते,
मार- मार खा जाते।
घाट किनारों पर मछुआरे,
जाल बिछाने आते।
शालाओं की पुस्तक में भी,
रानी मुझे पढ़ाते ।
मार - मार कर क्यों रानी की,
साग बनाकर खाते?
- प्रभुदयाल श्रीवास्तव
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