Prabhudayal Shrivastava Poetry in Hindi, Children's Poetry, Hindi Kids Poems, Inspirational Bal Kavita In Hindi.
Hindi Motivational Children's Poem
प्रेरक बाल कविता : 22 बाल कविताओं का प्रभुदयाल श्रीवास्तव जी का बाल कविता संग्रह से संग्रहित प्रेरक बाल कविता आँखों के तारे आपके लिए प्रस्तुत है हिन्दी बाल कविता कोश में, पढ़ें और साझा करें।
Prerak Bal Kavita : Aankhon Ke Taare
आँखों के तारे
अम्बर के तारों के जैसे,
होते हैं आँखों के तारे।
एक रहा करते अम्बर में,
टूजे माँ के राजदुलारे।
रात - रात भर चमका करते,
नभ में रहने वाले तारे।
जो होते हैं राज दुलारे,
वे अम्मा बापू के प्यारे।
कुछ तारे ज्यादा चमकीले,
लगते सब तारों से न्यारे।
इसी तरह से अलग दमकते,
कुछ- कुछ भैया बहन हमारे।
ऐसे बहुत विरल होते हैं,
निर्बल जन के बने सहारे ।
दुर्गम पथ पर चलते हैं पर,
कभी न थकते कभी न हारे।
कई लोग होते हैं निर्धन,
या होते हैं बिना सहारे ।
करते पर जो कड़ा परिश्रम,
बन जाते आँखों के तारे।
- प्रभुदयाल श्रीवास्तव
ये भी पढ़ें; पानी बनकर आऊँ : पर्यावरण प्रदूषण पर जागरूक बाल कविता