Hindi National Song of INDIA Vande Mataram Par Rakesh Chakra Ki Kavita, Hindi Patriotic Poems, Deshbhakti Geet, Independence Day and Republic Day Special Hindi Poetry.
Vande Mataram : Geet in Hindi
Vande Mataram : बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा राष्ट्रगान के बराबर सम्मान प्राप्त वंदेमातरम (Poem by Bankim Chandra Chatterjee) संस्कृत में रचा गया है, यह गीत स्वतंत्रता संग्राम में देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत था, बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय के उपन्यास 'आनंद मठ' में यह गीत वंदे मातरम शामिल है। यह गीत 65 सेकंड का समय में गाया जाता है। भारतीय राष्ट्रीय गीत (National Song Vande Mataram) पर राकेश चक्र जी का यह खूबसूरत गीत आज आपके लिए कविता कोश में लेकर आए हैं।
Vande Mataram Hindi Geet
वंदेमातरम गाओ
आजादी की नूतन बेला
फूलों - सा मुस्काओं।
घर - घर फहरे आज तिरंगा
पावन पर्व मनाओ।।
बलिदानों की गौरव गाथा
भारतवासी भूल न जाना
प्राण लुटाए हँसते - हँसते
वंदेमातरम बोल गाना
ऐक्य भाव से बढ़ती समृद्धि
मातृभूमि बलि जाओ।
आजादी की नूतन बेला
फूलों - सा मुस्काओं।।
जो भी अच्छा कर सकते हम
सदा देश हित जीवन जीएँ
याद भी करना भगत सिंह को
जीवन सत्य, प्रेम रस पीएँ
भोगवाद में डूब न जाना
निज कर्तव्य निभाओ।
आजादी की नूतन बेला
फूलों - सा मुस्काओं।।
जातिवाद और क्षेत्रवाद को
तूल नहीं देना है अच्छा।
भाषा तो सब ही हैं प्यारी
संस्कृति करे सभी की रक्षा।।
देश बढ़ेगा हिंदी से ही
निज भाषा अपनाओ।
आजादी की नूतन बेला
फूलों - सा मुस्काओं।।
राजनीति से उठकर देखो
हिंसा , दंगा मत फैलाओ।
मानवता के लिए जीएँ सब
कर्तव्यों को सभी निभाओ।।
मानव हैं तो अच्छा सोचें
सबको मित्र बनाओ।
आजादी की नूतन बेला
फूलों - सा मुस्काओं।।
- डॉ राकेश चक्र, 90 बी, शिवपुरी
मुरादाबाद 244001, उ.प्र.
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