Motivational Hindi Ghazal Man Mathura Hain Tan Vrindavan by Dinesh Sindal, Hindi Devotional Songs, Bhakti Geet in Hindi.
Man Mathura Hain Tan Vrindavan
Ghazal in Hindi : हिन्दी प्रेरणादायक ग़ज़ल मन मथुरा है तन है वृन्दावन घर का, दिनेश सिंदल की ग़ज़लें, पढ़िए प्रेरक और सुन्दर हिंदी ग़ज़लें और शेयर कीजिए।
Dinesh Sindal Ki Ghazal
मन मथुरा है तन है वृन्दावन घर का
मन मथुरा है तन है वृन्दावन घर का
अब भी भीतर शेष कहीं बचपन घर का
मैं जो ढूंढ रहा हूँ अपनापन घर का
ढूंढ रहा होगा मुझको आंगन घर का
अब तो हर मौसम में चलती तेज लूएं
रूठ गया लगता मुझसे सावन घर का
फूलों के बदले काँटे दे जाता है
यूँ मुझसे नाराज रहा गुलशन घर का
भाई ने अपने हाथों से पौंछ लिया
भाई के माथे पर था चंदन घर का
दीवारें ही दीवारें उठ आई हैं
ढूंढ रहा हूँ मैं जिसमें आंगन घर का
टेढे संग वो भी टेढा हो जायेगा
अब तक देखा है सीधापन घर का
चेहरे पर चेहरे लेकर वो निकला था
तब उससे नाराज रहा दर्पण घर का
- दिनेश सिन्दल
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