मजेदार बाल कहानी : गधे की स्वर्ग यात्रा

Dr. Mulla Adam Ali
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Majedar Hindi Bal Kahani Swarg Gaya Gadha, Hindi Children's Story with Moral by Badri Prasad Verma Anjan, Donkey's Journey To Heaven Kids Stories.

Gadhe Ki Swarg Yatra

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बालकथा स्वर्ग गया गधा : बद्री प्रसाद वर्मा की प्रेरणादायक हिन्दी बाल कहानी गधे की स्वर्ग यात्रा (Donkey Story), बच्चों के लिए लिखी गई मजेदार, शिक्षाप्रद बाल कहानी जब गधा स्वर्ग पहुंचता है। बाल निर्माण की ज्ञानवर्धक लघु बाल कहानी स्वर्ग गया गधा पढ़िए और शेयर कीजिए।

Moral Story : Gadhe Swarg ki Yaatra

प्रेरक बाल कहानी : स्वर्ग गया गधा

एक गधा था जो एक धोबी के घर में रहता था। एक रोज गधा एक जगह कथा होते देखकर वहां जा पहुंचा और कथा सुनने लगा। 

पंडित जी कह रहे थे आदमी और जानवर हमेशा खाली हाथ आता है और खाली हाथ इस दुनिया से चला जाता है। कथा सुनकर गधे ने सोचा अगर मैं मर गया तो मुझे भी खाली हाथ स्वर्ग जाना पड़ेगा। मगर मैं खाली हाथ स्वर्ग नहीं जाऊंगा मैं तो अपने साथ अपनी नेकी बदी धन दौलत सब लेकर जाऊंगा ताकी स्वर्ग में किसी चीज की कमी महसूस न हो सके।

उस दिन से गधा अपनी कमाई नेकी बदी और रुपया पैसा जो भी पाता उसे एक बोरे में भरता जाता ताकी स्वर्ग जाते समय उसे अपने साथ स्वर्ग लेकर जा सकूं।

कुछ सालों में बोरा नेकी बदी धन दौलत से भर गई। गधा भी बुढ़ा हो चला था और मौत का इंतजार कर रहा था। 

एक रात गधा धोबी के धर के बाहर सोया हुआ था तभी मौत उसके पास कर बोला तुम्हारी जीने की आयु पुरी हो चुकी है आज तुमको अपने साथ स्वर्ग ले जाने के लिए आया हूं।

मौत की बात सुनकर गधा बोला मैं अपने साथ एक बोरा नेकी बदी धन दौलत भी लेकर जाऊंगा ।इतना कहकर गधा ने नेकी बदी धन दौलत का बोरा अपने पीठ पर लादकर मौत के साथ चल दिया।

जब गधा स्वर्ग पहुंचा तो यमराज ने गधा से पूछा तुम इस बोरे में क्या लाए हो?"

गधा ने कहा मैं इस बोरे में अपने जीवन की नेकी बदी और धन दौलत लेकर आया हूं ताकी स्वर्ग में आराम से रह सकूं। गधा की इतनी बात सुनकर यमराज बोल पड़े तुमने तो गजब कर दिया। आज तक कोई भी अपने साथ स्वर्ग में कुछ भी नहीं ला सका तुम पहले जानवर हो जो अपने साथ सब कुछ लेकर आए हो।

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यमराज की बात सुनकर गधा बोला एक रोज मैं कथा सुन रहा था। कथा सुनाते पंडित जी ने कहा आदमी और जानवर हर कोई दुनिया में खाली हाथ आता है और खाली हाथ चला जाता है। कथा सुनकर मैंने निश्चय कर लिया जब मैं दुनियां से जाऊंगा तब अपने साथ अपनी नेकी बदी धन दौलत सब कुछ लेकर स्वर्ग जाऊंगा। उस दिन से मैं अपनी नेकी बदी धन दौलत सबकुछ इस बोरे में भरकर रखने लगा ताकी स्वर्ग जाते समय इसे लेकर जा सकूं। 

गधा की बात सुनकर यमराज को हंसी आ गई और गधा की चालाकी पर उसे बधाई देने लगे।

- बद्री प्रसाद वर्मा अनजान 
गोरखपुर उ. प्र.

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