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Indifference Of Life
Ghazal in Hindi : हिंदी में आपके लिए प्रस्तुत है सुंदर ग़ज़ल जिन्दगी इस बेरुखी से बाज आए हम, जीवन की सच्चाई पर आधारित हिंदी ग़ज़ल कविता (ghazal kosh) पढ़िए और शेयर कीजिए।
Hindi Best Ghazal
जिन्दगी इस बेरुखी से बाज आए हम
दोस्ती की दुश्मनी से बाज आए हम ।
जिन्दगी इस बेरुखी से बाज आए हम ।।
घुन लगे सम्बन्ध जीकर मुस्कुराता है,
आज के इस आदमी से बाज आए हम ।।
चन्द रोज़ा चमक पे इतरा रही है जो,
कलमुँही इस चाँदनी से बाज आए हम ।।
दे न पाये तृप्ति का उपहार प्यासे को,
उस नदी की जिन्दगी से बाज आए हम ।।
आज पाया भी तुझे तो सिर्फ़ खोने को,
वक़्त की कारीगरी से बाज आए हम ।।
ये अँधेरे तो चलो फिर अँधेरे हैं,
बे मुरब्बत रोशनी से बाज आए हम ।।
चाँद-तारे तोड़ना ये सिर्फ ख़्वाबों में,
उम्र की आवारगी से बाज आए हम ।।
- कमल किशोर 'भावुक'
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