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Housewife : Hindi Kavita
हाउस वाइफ हिंदी कविता : आज 8 मार्च अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष आपके समक्ष प्रस्तुत है निधि मानसिंह की कविता हाउस वाइफ (Poem on Housewife), हाउस वाइफ को हिंदी में इसे "गृहिणी" या "गृहलक्ष्मी" भी कहा जाता है। मतलब एक ऐसी महिला से होता है जो घर संभालने और परिवार की देखभाल करने का काम करती है। पढ़िए कविता कोश में मन छू लेने वाली बेहतरीन हिंदी कविता हाउस वाइफ।
Antarrashtriya Mahila Diwas Par Nidhi Maansingh Ki Kavita
हाउस वाइफ
सुनो!
कभी पूछकर देखना,
मन टटोलकर देखना
अपनी सहपाठियों से,
आस - पास मौहल्ले की
अल्हड़, बेफिक्री से
खिलखिलाती लड़कियों से।
इतना पढ़ - लिख के
शादी कर के क्या
वो! सिर्फ हाउस वाइफ ही
बनकर रह जायेंगी?
देखें थे जो सपने कभी
तुम सबने आसमान को
छूने के उन्हें जिम्मेदारियों में
भूल जायेंगी?
बड़ी उत्सुकता से भरकर
सारा जोश इकट्ठा कर - कर
वो! कहेगी,
हम आज की नारी है
ना जिम्मेदारी ना संघर्ष
से हारी है।
हाउस वाइफ बनकर भी हम
अपनें सपने पूरे कर जायेंगें
डाक्टर, वकील, इंजीनियर,
टीचर बनकर सबको दिखाएगें।
रखतें है हम बुंलद हौसलें
कुछ भी कर गुजरने के
है यकीन हमें इतना
हम मंजिल को छू जायेंगें।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
- निधि "मानसिंह"
कैथल हरियाणा
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