Madhu Maheshwari Poems Gauraiya and Aayi Gauraiya on 20 March Special World Sparrow Day, Hindi Chidiya Poems, Kavita Kosh, Poetry Collection in Hindi, Kavita Kosh
World Sparrow Day Poem
विश्व गौरैया दिवस पर कविता : 20 मार्च विश्व गौरैया दिवस पर विशेष मधु माहेश्वरी की दो कविताएं 1. गौरैया 2. आईं गौरैया आज आपके लिए कविता कोश में प्रस्तुत है। पढ़े विश्व गौरैया दिवस (Vishwa Gauraiya Diwas Par Kavita) पर गौरैया पर लिखी गई सुंदर कविताएं पढ़े और शेयर कीजिए।
Madhu Maheshwari Poetry in Hindi
गौरैया
अम्मा बोली देखो बच्चो,
डाली पर बैठी गौरैया।
सखियों संग बैठ इठलाती,
चीं-चीं चूं-चूं करें चिरैया।।
दाना चुन-चुन लाती चिड़िया,
अपने बच्चों के मुॅंह रखती।
ताल तलैया के तट जाकर,
नित्य चोंच में पानी भरती।।
कोटर दुबके सहमे बच्चे,
चीं-चीं चूं-चूं शोर मचाऍं।
सुन लो मेरी प्यारी मम्मी,
भूखा-प्यासा रहा न जाऍं।।
बोली प्यारी चिड़िया रानी,
थोड़ा धीरज धर लो भाई।
झट से उड़ खेतों में जा कर,
दाना भर झोली मैं लाई।।
Chidiya Poem in Hindi
Aayi Gauraiya Kavita In Hindi
आईं गौरैया
उड़ती उड़ती आईं गौरैया।
मेरे मन को भाईं गौरैया।।
रोज सुबह आकर ताल बजाती।
चीं चीं चूं चूं की टेर लगाती।।
बैठ खिड़की पर खूब इतराती।
फुदक-फुदक हर डाली पर जाती।।
मैया मेरी है बड़ी अनोखी।
उड़ती गौरैया लगती चोखी।।
चावल-दाल का दाना चुगती।
दाना चुग-चुग चिड़िया इठलाती।।
पशु-पक्षी की नित सेवा करती।
उनकी सारी पीड़ा को हरती।।
- मधु माहेश्वरी
सेवा निवृत्त प्राध्यापिका
सलूंबर (राजस्थान)
ये भी पढ़ें; गौरीशंकर वैश्य 'विनम्र' की कविता : गौरैया