रचनाकार डॉ. राकेश चक्र का अति संक्षिप्त नवीनतम साहित्यिक परिचय

Dr. Mulla Adam Ali
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Dr. Rakesh Chakra

rakesh chakra biography in hindi

Dr. Rakesh Chakra Ka Jivan Parichay : पढ़िए हिंदी के रचनाकार श्री राकेश चक्र का जीवन और लेखन हिन्दी में। डॉ. राकेश चक्र हिंदी के जाने माने लेखक और बाल साहित्यकार है, हमारे ब्लॉग पर उनकी कई सारे कविताएं प्रकाशित है, पूरा जीवन परिचय यहां पर पढ़े और शेयर करें।

अति संक्षिप्त नवीनतम साहित्यिक परिचय डॉ. राकेश चक्र

• रचनाकार का नाम- डॉ राकेश 'चक्र' (अभिलेखों में नाम डॉ राकेश कुमार गुप्ता)

• जन्मतिथि - 14/11/1954 (20 जुलाई 1954 अभिलेखों में)

• पिता का नाम - स्व.धीरज लाल जी

• माता का नाम - स्व.द्रोपदी देवी जी।

• पत्नी का नाम - श्रीमती रेनू गुप्ता जी।

• जन्म स्थान- ग्राम - शाहजहांपुर, पोस्ट - जलाली, जिला अलीगढ़, उत्तर प्रदेश।

• शिक्षा- एम.ए., एलएलबी, एमडी (एक्यूप्रेशर), डीएटी, योग विशेषज्ञ।

• कार्यक्षेत्र (क) - सेवानिवृत्त अभिसूचना अधिकारी उत्तर प्रदेश पुलिस 2014।

(ख). वर्तमान में एक्यूप्रेशर आहार - विहार और योगादि द्वारा निःशुल्क विद्यालयों, वृद्धाश्रमों आदि में निःशुल्क चिकित्सा सेवा और मोटिवेशनल आख्यान। साथ ही निःशुल्क योग प्रशिक्षण देना, समाज सेवा एवं पर्यावरण संरक्षण सेवा आदि।

• सृजित विधाएँ - प्रौढ़ साहित्य - गद्य में - (कहानी, लघुकथा, आलेख, प्रेरणाप्रद मोटिवेशनल साहित्य, स्वास्थ्य, योग और एक्यूप्रेशर आदि में स्वतंत्र लेखन) , पद्य में- ( कविता, गीत, दोहे, कुंडलियाँ, मुक्तक, गजल, सजल, संस्मरण व यात्रावृतांत आदि। 

(ब) बाल साहित्य - गद्य में - (कहानी, नाटक, आलेख, मोटिवेशनल साहित्य, लघुकथा, जीवनियाँ, उपन्यास, प्रेरणादायक आत्मकथाएं आदि। पद्य में- (कविता, बालगीत, दोहे आदि।

अब तक लगभग तेरह दर्जन से अधिक मौलिक पुस्तकें (बाल साहित्य व प्रौढ़ साहित्य) तथा लगभग चार दर्जन साझा - संग्रह प्रकाशित तथा कई पुस्तकें प्रकाशनाधीन।

• सम्मान और पुरस्कार;

    भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा बाल साहित्य के लिए दिए जाने वाले सर्वोच्च सम्मान 'बाल साहित्य श्री सम्मान' और उत्तर प्रदेश सरकार के हिंदी संस्थान द्वारा बाल साहित्य की दीर्घकालीन सेवाओं के लिए दिए जाने वाले सर्वोच्च सम्मान 'बाल साहित्य भारती' सम्मान सहित बारह दर्जन से अधिक राजकीय प्रतिष्ठित साहित्यिक एवं गैर राजकीय साहित्यिक संस्थाओं से सम्मानित एवं पुरुस्कृत।

• प्रमुख पुरुस्कार एवं सम्मान ;

  1. राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान उत्तर प्रदेश द्वारा 'सुमित्रानंदन पंत पुरस्कार' 2007
  2. उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा 'बाबू श्याम सुन्दरदास सर्जना पुरुस्कार' 2012
  3. दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी सरकार द्वारा 'बाल साहित्य श्री सम्मान' 2017 (डेढ़ लाख की धनराशि सहित)
  4. साहित्य मण्डल श्रीनाथ द्वारा 'श्रीमती कंचनबाई राठी सम्मान' 2018
  5. 'बाल साहित्य श्री सम्मान ' उड़ीसा, 2018
  6. उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा 'अमृत लाल नागर बाल कथा सम्मान' 2018
  7. मैं भारत हूँ मुम्बई द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान, 'उत्तर प्रदेश रत्न सम्मान' 2021
  8. उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर बाल साहित्य की दीर्घकालीन सेवाओं के लिए दिया जाना सर्वोच्च सम्मान 'बाल साहित्य भारती' (धनराशि ढाई लाख सहित) 2020 आदि।
  9. सजलश्री अलंकरण सम्मान - 2021 राष्ट्रीय स्तरीय प्रज्ञा सम्मान समारोह फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश।
  10. पर्यावरण प्रहरी सम्मान - 2023 अंतरराष्ट्रीय हिंदी परिषद कर्नाटक प्रांत।
  11. जल संरक्षक सेवी सम्मान- 2023 अंतरराष्ट्रीय हिंदी परिषद कर्नाटक प्रांत।
  12. डॉ. सुरेन्द्र वर्मा बाल साहित्य शिखर सम्मान - 2023
  13. राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान उत्तर प्रदेश द्वारा प्रताप नारायण मिश्र सम्मान 2024 (एक लाख की धनराशि सहित)
  14. देवपुत्र इंदौर बाल साहित्य राष्ट्रीय पुरस्कार 2024
  15. बाल कविता के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार बाल प्रहरी अल्मोड़ा बाल साहित्य शोध संस्थान द्वारा 2024
  16. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य सुरभि सम्मान, केबी हिंदी न्यास, बिसौली, पीलीभीत द्वारा 2024
  17. राष्ट्रीय आशुतोष तिवारी सम्मान,कादंबरी अंतरराष्ट्रीय संस्था, जबलपुर द्वारा 2024
  18. राष्ट्रीय बाल साहित्य विभूषण एवं 'श्याम सुंदर नागला स्मृति सम्मान, साहित्य मंडल श्रीनाथ द्वारा 2024
  19. राष्ट्रीय "प्रेम नारायण स्मृति सम्मान", भीलवाड़ा राजस्थान 2024
  20. राष्ट्रीय गौरव सम्मान, अंतराष्ट्रीय सम्मेलन, उपाधि महाविद्यालय पीलीभीत द्वारा 2024
  21. अनुव्रत विश्व भारती द्वारा सम्मान 2024
  22. राष्ट्रीय 'महाराणा हम्मीर एवं बप्पा रावल बाल साहित्य सम्मान', साहित्य संगीति जयपुर द्वारा 2024-25
  23. श्रीमती शकुंतला प्रकाश गुप्ता साहित्य एवं कला सम्मान-2025, मानसरोवर विद्यालय परिवार मुरादाबाद।

• वर्तमान में लेखन और समाज सेवा संप्रति- 90 बी शिवपुरी, मुरादाबाद- 244001, 94562-01857

विश्व गौरैया दिवस 20 मार्च पर विशेष डॉ. राकेश चक्र की कविता चिड़ियों के खुल गए मदरसे आपके लिए कविता कोश में प्रस्तुत है, पढ़े poem on world sparrow day in hindi, Chidiya Par Kavita by Rakesh Chakra.

Bal Geet in Hindi

poem world sparrow day

चिड़ियों के खुल गए मदरसे


चिड़ियों के 

खुल गए मदरसे।

मीठा - मीठा

बोलें मुख से।।


पहने आईं

पंख नव नए।

मन मस्ती में

रंग भर गए।


निकलीं 

चिड़ियाँ अपने घर से।

चिड़ियों के 

खुल गए मदरसे।।


कभी लगें

यह भोली बच्ची।

बातें करतीं

हरदम अच्छी।


गीत सुनाएँ

मन - मन हरसे।

चिड़ियों के 

खुल गए मदरसे।।


डाल - डाल पर

फुदकें - कुदकें।

दाना - बिस्किट

खाएँ चुनकें।


मन इनके हैं

खिले सुमन - से।

चिड़ियों के 

खुल गए मदरसे।।


- डॉ. राकेश चक्र

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