बच्चों के लिए गुड़िया रानी कविता | फूलों से सीखिए मुस्कुराना

Dr. Mulla Adam Ali
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Gudiya Rani Bal Kavita

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Baal Geet : पढ़िए मधु माहेश्वरी की बाल कविता गुड़िया रानी बच्चों को फूलों से मुस्कुराना और जीवन में सौंदर्य देखने की कला सिखाती है। पढ़िए यह सुंदर हिंदी कविता और बच्चों के साथ साझा करें।

बच्चों के लिए गुड़िया रानी कविता

गुड़िया रानी


गुड़िया रानी बड़ी सयानी,

रोज बाग में जाती।

देख-देख फूलों की क्यारी,

मन-ही-मन हर्षाती।।


लाल सुर्ख गुलाब को देखा,

मन उसका ललचाया।

लेने को जब हाथ बढ़ाया,

माली ने धमकाया।।


बोला प्यारी बिटिया रानी,

फूल नहीं तुम तोड़ो।

फूल सिखाए नित मुस्काना,

इनसे नाता जोड़ो।।


फूलों से बगिया की शोभा,

सभी का मन लुभाऍं।

सैर-सपाटे का यह माध्यम,

बच्चों के मन भाऍं।।


- मधु माहेश्वरी

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