अर्ज है कुछ शेर : Arz Kiya Hai

Dr. Mulla Adam Ali
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हिन्दी शेर और शायरी : पढ़िए कविता कोश में कुछ शेर और शायरी अर्ज किया है, उर्दू में शेर और शायरी बहुत प्रचलित विधा है, हिंदी में भी शेर और शायरी लिखे जाते हैं, आज आपके लिए प्रस्तुत है अर्ज है कुछ शेर पढ़ें और साझा करें।

Hindi Sher O Shayari

अर्ज है कुछ शेर


'तनहाई डसेगी तुम्हें, जब भी हमारी रूह को याद करोगे

मुहोब्बत-ए-दास्ताँ है ये, दिल से जब सुना करोगे ।।

कहाँ नसीब होती है मुहोब्बत हर किसी को,

भागवान इन्सान को मिलती है यह।

खुदा के बन्दे हो तुम,

जो रूह को हमारी पा लिया खुदा समझकर ।।'

* * *

'कैसे दें हम तुम्हें, इश्क का इम्तहां नहीं है आसान।

साँसों में सजा होती है और दिल में दुआ होती है।।

जितना भूलना चाहूँ तुम्हें, उतना ही याद आते हो।

तुमसे दूर जाऊँ भी तो, धड़कनों को चुराते हो।।'

* * *

'समन्दर कहां जानता है अपनी गहराइयों को।

डूबने वालों को पूछो कि गहराई क्या होती है।।

तुमने तो फखत अपनी दुनिया देखी है।

चाहने वालों को पूछो कि चाहत क्या होती है।।'

* * *

'कैसे बतायें तुम्हें हाल-ए-दिल का।

सकून लूट लिया है तुमने बेचैनियाँ देकर ।।

बस इतनी खता थी हमारी, कि तुम्हें दिल दे बैठे।

जिन्दगी रुखसत हो गई, हमसे खफा होकर ।।'

* * *

'आवाज तुम्हारी दिल में उतरकर गाने लगी है।

अंग-अंग में मदहोशी-सी छाने लगी है।।

क्या कहूँ कि दिल की आरजू क्या रंग लाने लगी है।

तनहा दिल में तेरी हर याद सुहाने लगी है।।'

* * *

'दिल में बसाकर तुमने, चुरा लिया हम ही को हम ही से।

क्यों शिकायत है तुम्हें, कि हम करते हैं तुम्हें परेशाँ'

* * *

'आँसुओं के समन्दर में, हमने डुबो दी जिन्दगी।

तनहा तनहा-सा, बस गुजर गई है जिन्दगी।।'


- स्मिता पाटिल

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