हम बच्चे जिंदाबाद : नर्सरी हिंदी बाल कविता

Dr. Mulla Adam Ali
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Nursery rhyme in Hindi

हम बच्चे जिंदाबाद


खेल कूद खाने-पीने को,

अब हम है आजाद ।

हम बच्चे जिंदाबाद।


पिज़्ज़ा वर्गर चाउमिन का,

दही बड़ों का हल्ला।

यह सब देने में अब मम्मी,

नहीं झाड़ती पल्ला ।

गर्मी की छुट्टी, सारा घर,

ऊधम से आबाद।


पना आम का, कच्ची कैरी,

और पुदीना चटनी।

गन्ने का रस पीकर देते,

लू को रोज पटकनी।

तन- मन को ठंडा कर देता,

सत्तू का भी स्वाद।


दिन भर धमा चौकड़ी,

हाथी घोड़े वाले खेल।

इंजन, डिब्बा, गार्ड, मुसाफिर,

छुक-छुक करती रेल।

कैरम में जो जीता, करता,

खुशियों से सिंहनाद।


- प्रभुदयाल श्रीवास्तव

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