Prabhudayal Shrivastava Poetry Collection Book Mutti Mein Hain Lal Gulal In Hindi Poems for Kids Jan Gan Man Kavita. Children's Poetry in Hindi Kavita Kosh.
Jan Gan Man - Indian National Anthem
Bal Kavita In Hindi : मुट्ठी में है लाल गुलाल (बाल कविता संग्रह) से प्रभुदयाल श्रीवास्तव की बाल कविता जन-गण-मन का गान, बालमन की रोचक हिंदी देशभक्ति बाल कविता जन-गण-मन का गान, पढ़िए देशभक्ति बाल गीत (patriotic poems) और शेयर कीजिए।
Jan Gan Man Bal Kavita
जन-गण-मन का गान
सोने की अब खान है हिंदी।
भारत की पहचान है हिंदी।
सारा देश बँधा है इसमें,
पक्की एक गठान है हिंदी।
दूरन देशों पहुँच गई अब,
मान और सम्मान है हिंदी।
अपनी प्यारी, न्यारी भाषा,
हिन्दू, सिख, पठान है हिंदी।
भारत माता कि बिंदी है,
आँख, नाक और कान है हिंदी।
बड़ी सरल सीधी भाषा है,
भाषाओं की शान है हिंदी।
रवी बसी भारत माता में,
सत्य, अहिंसा ज्ञान है हिंदी।
चार दिशाएँ इससे गुंजित,
जन-गण-मन का गान है हिंदी।
- प्रभुदयाल श्रीवास्तव
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