Hindi Poem on Gandhi aur Subhash, Hindi Poetry Subhash Chandra Bose and Mahatma Gandhi Ji, Hindi Kavita Subhash and Gandhi.
Subhash and Gandhi
गांधी और सुभाष : पढ़िए कविता कोश में देशभक्ति से जुड़ी कविता गांधी और सुभाष, आजादी के लिए अपना जीवन त्यागने वाले महान क्रांतिकार और देश की शान बोस और गांधी पर विशेष कविताएं। Poem on Bapu ji and Bose.
Deshbhakti Kavita In Hindi
महात्मा गांधी और सुभाष चंद्र बोस
फूल खुशबुओं के दामन में सिमट जाते है,
कांटे अपनी बेरूखी से हर जगह पिट जाते है।
चरित्र और सौंदर्य दामन में समेट लेते है लोग,
नियत साफ हो तो घूड़े के दिन भी फिर भी जाते है।
फूल खुशबुओं के दामन में सिमट जाते है....
निस्वार्थ की कसौटी चांदनी सी बेदाग होती है,
परमार्थ में स्वाभिमान की आग होती है
लोग बेच देते अपने गिरेबान को चंद सिक्को की खातिर,
वचन निभाने वाले गांधी और सुभाष हो जाते है।
फूल खुशबुओं के दामन में सिमट जाते है....
दामन पर बेवजह कीचड़ उछालने वाले दागदार होते है,
जो है सत्य के क़रीब वो उल्लाह के वफ़ादार होते है।
चांदनी को शर्मशार कहने वाले बदनुमा दाग है दोस्तो,
जो इंसान को समझते वो इंसानियत के करीब हो जाते हैं।
फूल खुशबुओं के दामन में सिमट जाते है....
ये भी पढ़ें; नेताजी सुभाष चंद्र बोस : Poem on Subhash Chandra Bose