हिन्दी कविता : UGC NET Hindi Kavita

Nta Ugc Net Jrf Hindi Paper 2 Unit 5 Hindi Kavita, Hindi Literature NTA UGC NET, Hindi Sahitya Net Jrf Hindi, Hindi Books.,

UGC NET Hindi Kavita

ugc net hindi kavita

Kavita in Hindi : यूजीसी एनटीए राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा हिंदी के लिए नए पाठ्यक्रम के अनुरूप यूजीसी नेट हिंदी पेपर 2 इकाई 5 हिंदी कविता (Hindi Kavita) में भारतेन्दु युगीन कविता, द्विवेदी युगीन कविता, छायावाद, छायावाद की समय सीमा, छायावादी काव्य की प्रमुख विशेषताएँ, छायावाद के प्रमुख कवि, स्वच्छन्दतावाद स्वच्छन्दतावाद के प्रमुख कवि, विभिन्नवाद और नई कविता, प्रगतिवाद की अवधारणा, प्रगतिवादी काव्य की प्रवृत्तियाँ , प्रगतिवादी काव्य और उसके प्रमुख कवि, प्रयोगवाद, नई कविता, नई कविता की प्रमुख प्रवृत्तियाँ, नई कविता के प्रमुख कवि, समकालीन कविता, समकालीन कवि एवं उनकी रचनाएँ, समकालीन साहित्यिक पत्रकारिता आदि। Hindi Books Bestsellers UGC NET JRF Poetry in Hindi.

NTA UGC NET/JRF/SET Hindi

हिंदी Paper 2

Unit 5 Hindi Poetry : इकाई 5 हिन्दी कविता

• पृथ्वीराज रासो - रेवा तट

• अमीर खुसरो - खुसरो की पहेलियाँ और मुकरियाँ

• विद्यापति की पदावली (सम्पादक-डॉ. नरेन्द्र झा) पद संख्या 1-25

• कबीर - (सं. हजारीप्रसाद द्विवेदी) - पद संख्या - 160-209

• जायसी ग्रन्थावली - (सं. रामचन्द्र शुक्ल) - नागमती वियोग खण्ड

• सूरदास 21 से 70 -भ्रमरगीत सार -(सं. रामचन्द्र शुक्ल) पद संख्या

तुलसीदास – रामचरितमानस

• तुलसीदास – उत्तर काण्ड

• बिहारी सतसई - (सं. जगन्नाथ दास रत्नाकर) – दोहा संख्या 1-50

• घनानन्द कवित्त - (सं. विश्वनाथ मिश्र) कवित्त संख्या 1-30

• मीरा - (सं. विश्वनाथ त्रिपाठी) प्रारम्भ से 20 पद

अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध' - प्रियप्रवास

• मैथिलीशरण गुप्त - भारत भारती

• मैथिलीशरण गुप्त - साकेत (नवम् सर्ग)

• Jaishankar Prasad - आँसू

जयशंकर प्रसाद - कामायनी (श्रद्धा, लज्जा, इड़ा)

निराला - जुही की कली

• निराला - जागो फिर एक बार

• निराला - सरोज-स्मृति

• Niaral - राम की शक्तिपूजा

• Suryakant Tripathi Nirala - कुकरमुत्ता

• सूर्यकांत त्रिपाठी निराला - बाँधो न नाव इस ठाँव बंधु

• सुमित्रानन्दन पन्त - परिवर्तन

• Sumitranandan Pant - प्रथम रश्मि

• महादेवी वर्मा - बीन भी हूँ मैं तुम्हारी रागिनी भी हूँ

Mahadevi Verma - मैं नीर भरी दुख की बदली

• आधुनिक मीरा महादेवी वर्मा- फिर विकल है प्राण मेरे

• महादेवी वर्मा - यह मन्दिर का दीप इसे नीरव जलने दो

• महादेवी वर्मा - द्रुत झरो जगत के जीर्ण पत्र

• रामधारी सिंह 'दिनकर' - उर्वशी (तृतीय अंक)

• Ramdhari Singh Dinkar - रश्मिरथी

• नागार्जुन - कालिदास, बादल को घिरते देखा है

• Vaidyanath Mishra -खुरदरे पैर

Nagarjun - शासन की बन्दूक

• Baba Nagarjun - अकाल और उसके बाद

• बाबा नागार्जुन - मनुष्य हूँ

• सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन 'अज्ञेय' - असाध्यवीणा

• Sachchidananda Hirananda Vatsyayan - यह दीप अकेला

• अज्ञेय - हरी घास पर क्षण भर

• Agyeya  - कलगी बाजरे की

• अज्ञेय - कितनी नावों में कितनी बार

• भवानीप्रसाद मिश्र - गीत फरोश

• Bhawani Prasad Mishra - सतपुड़ा के जंगल

• मुक्तिबोध - भूल गलती

• गजानन माधव मुक्तिबोध - ब्रह्मराक्षस

• Gajanan Madhav Muktibodh - अँधेरे में

• धूमिल-नक्सलवाड़ी, मोचीराम, अकाल दर्शन, रोटी और संसद

Ramchandra Shukla: कविता क्या है निबंध - kavita kya hai

Samkalin Hindi Kavita : समकालीन कविता के प्रवर्तक कौन हैं

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. learn more
Accept !
To Top